शुक्रवार, अप्रैल 11, 2014

कहीं किसी को चोट तो नहीं पहुंचा रहे

हम जाने आने में किसी के दिल को चोट पहुंचा देते हैं। हम को ध्यान रखना चाहिए। आपका दोस्त एक शानदार मोबाइल खरीदकर लाता है। आप उसको देखते ही तपाक से बोलते हैं। यह तुमने गलत किया। इस कंपनी का मोबाइल नहीं लेकर आना था। अचानक वो कहता है, मैंने बहुत देख व पूछ ताछ करने के बाद लिया है। सब का अनुभव अच्छा है।

हो सकता है कि हमारा अनुभव खराब रहा हो, लेकिन जब सामने वाला फैसला कर चुका हो तो हमको एक बात याद रखनी चाहिए कि उसके मन को केवल अगर अब कोई बदल सकता है तो केवल और केवल उसका अनुभव।

आप अधिक जोर देंगे। अगली आपकी सलाह तो क्या वो आपको अपनी चीज दिखाने से भी कतराएगा। दोस्त अच्छे के लिए होते हैं, लेकिन कभी कभी सामने वाले की मानसिकता को भी समझना भी जरूरी होता है।

इसको कुछ महत्वपूर्ण मामलों से जोड़कर न देखें। यह केवल बाजारी वस्तुओं पर लागू होने वाली बात है। कुछ मुद्दों पर तर्क वितर्क होना चाहिए। किसी भी कीमत पर।